tag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post7018475280627895977..comments2023-10-22T17:42:51.216+05:30Comments on ना जादू ना टोना: हवा से भी बच्चा पैदा हो सकता है ?शरद कोकासhttp://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-87656371250825643412010-03-08T15:38:44.782+05:302010-03-08T15:38:44.782+05:30सच कहा है आपने कि विज्ञान पढ़ना और उसे व्यवहार में ...सच कहा है आपने कि विज्ञान पढ़ना और उसे व्यवहार में लाना दो अलग बातें है.|सब कुछ जानते हुए भी उसे नकारना मनुष्य की विवशता नहीं ,वरन अपने पुरानेपन से चिपके रहन्रे का बचकाना दुराग्रह है|हमसे अच्छे तो वह है जो जानते नहेनत:अपनी दुनिया में मस्त रहते हैbeenahttps://www.blogger.com/profile/14896206958431731712noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-34246292441917228602010-02-14T11:54:17.439+05:302010-02-14T11:54:17.439+05:30Purani dharnaon se hatke apne vichar rakhana,apne ...Purani dharnaon se hatke apne vichar rakhana,apne aapme ek sahas kee baat hai..manhi man chahe sweekar karen, khule aam bolne se log katrate hain...kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-49126950974669906432010-02-14T00:33:16.131+05:302010-02-14T00:33:16.131+05:30शानदार। शानदार। शानदार। शानदार। शानदार। शानदार। शा...शानदार। शानदार। शानदार। शानदार। शानदार। शानदार। शानदार।<br />बस और कुछ नहीं।पंकज मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/05619749578471029423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-21607778761655142612010-02-09T15:56:28.907+05:302010-02-09T15:56:28.907+05:30बहुत ही बढ़िया पोस्ट! अच्छी जानकारी प्राप्त हुई! इ...बहुत ही बढ़िया पोस्ट! अच्छी जानकारी प्राप्त हुई! इस ज्ञानवर्धक और बेहतरीन पोस्ट के लिए बधाइयाँ!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-66687991218748765722010-02-09T12:28:13.449+05:302010-02-09T12:28:13.449+05:30बहुत सही है !! अगर मानवता की भलाई करनी है तो अन्ध्...बहुत सही है !! अगर मानवता की भलाई करनी है तो अन्ध्विस्वास को दरकिनार करते हुए नए अनुसन्धान करते रहें पर उनके दूरगामी परिणामो को मद्दे नजर रखते हुए!!!Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-43893983904064419012010-02-09T12:12:21.934+05:302010-02-09T12:12:21.934+05:30@वाणी जी , टिप्पणी के लिये धन्यवाद । प्रमाण तो उन ...@वाणी जी , टिप्पणी के लिये धन्यवाद । प्रमाण तो उन लोगों के पास भी नहीं होगा जिन्होने उसे छापा था । अब इसमें जो सच्ची (?) कहानियाँ छपती हैं उनके बारे में तो सभी जानते हैं । यह फिलॉसफी वाला फंडा मज़ेदार है ना ?शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-84963789523009487812010-02-09T08:26:32.846+05:302010-02-09T08:26:32.846+05:30नए को स्वीकारना और पुरातन को नकार नहीं पाना पर मेर...नए को स्वीकारना और पुरातन को नकार नहीं पाना पर मेरे विचार रश्मि रविजा से मिलते जुलते ही हैं ...विशेषकर महिलाओं को पुरातन सोच के साथ तालमेल बैठना ही पड़ता है ...घर में सुख शांति बनाये रखने के लिए ...वही इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि विज्ञान लगातार अनुसन्धान कर रहा है ...अंतिम परिणाम तो यह भी नहीं बता सकता ...जो धारणाएं आज बनी वे कल ध्वस्त होती नजर आती हैं ..गैलीलियों और न्यूटन के सिद्धांतों पर भी प्रश्न उठाये जाते ही रहे हैं ...इस लिए जो आज विज्ञान ने सिद्ध कर दिया वह हमेशा ही अंतिम सत्य नहीं हो सकता ...कल कोई दूसरा प्रयोग उसे झूठा साबित कर सकता है ...<br /><br />अब आते हैं शीर्षक पर ..हवा से भी बच्चा पैदा हो सकता है ...इसका तो पता नही ...मगर बहुत सालों पहले मनोहर कहानिया में ऐसी एक घटना का जिक्र पढ़ा था जहाँ कि स्त्री बिना किसी संयोग के भी गर्भवती हो गयी थी ...अब आज इसका प्रमाण तो मेरे पास नहीं है ...<br />कमेन्ट लिखते हुए जब वे मेट का डायलोग " तुम्हारी मनोहर कहानियों वाली फिलोसफी " याद कर हंसी आ रही है ...वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-42531340583960614672010-02-09T08:25:24.505+05:302010-02-09T08:25:24.505+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-75559652988943458072010-02-08T15:41:54.461+05:302010-02-08T15:41:54.461+05:30ज्ञानवर्धक लेख..सच ही कहा आपने आज का मनुष्य घोल मो...ज्ञानवर्धक लेख..सच ही कहा आपने आज का मनुष्य घोल मोल बन कर रह गया है...shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-76194541920919127522010-02-08T12:00:00.933+05:302010-02-08T12:00:00.933+05:30अफसोस यह है कि आज वह जहाँ नये को स्वीकार कर रहा ह...अफसोस यह है कि आज वह जहाँ नये को स्वीकार कर रहा है वहीं बगैर उनकी प्रासंगिकता परखे पुराने विश्वासों को भी साथ लिये चल रहा है । <br /><br />आपका कहना बिलकुल सही है परन्तु कई बार.....पुराने विश्वासों को साथ लेकर चलने के कई कारण होते हैं...बड़ो का सम्मान, विवाद से बचने की कोशिश,पुरानी प्रथा तोड़ने में साहस की कमी..आदि...और शांति बनाए रखने को पीढ़ी दर पीढ़ी कुछ रस्मो रिवाज वैसे ही निभाये चले जाते हैं...<br /> पर यह भी सही है...जिनलोगों ने पुरानी मान्यताएं तोड़ने की हिम्मत की वे ही मानव जाति के सच्चे प्रतिनिधि भी कहलाये.<br />बहुत ही ज्ञानवर्धक आलेख...शुक्रियाrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-86835096254807713472010-02-08T11:45:13.490+05:302010-02-08T11:45:13.490+05:30बहुत कुछ ऐसा भी तो है जो हमारे पुरखे तब कह गये तो ...बहुत कुछ ऐसा भी तो है जो हमारे पुरखे तब कह गये तो जब विग्यान नही था और आज विग्यान कह रहा है वो सब विग्यान ने बहुत कुछ उन की खोजों से ही निकाला है। शायद जो अनछूये रह गये वहीं पर ये विचार भिन्नता है<br /> धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-33904682455743830562010-02-08T10:58:16.923+05:302010-02-08T10:58:16.923+05:30भैया....शीर्षक पढ़ कर सोचा कि कुंवारा रहने में ही ...भैया....शीर्षक पढ़ कर सोचा कि कुंवारा रहने में ही भलाई है..... <br /><br /><br />प्रथम वैज्ञानिकों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी बहुत लाभप्रद लगी.....<br /><br /><br />बहुत अच्छी पोस्ट....<br /><br /><br />आभार....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-18448661129709149152010-02-08T10:36:07.816+05:302010-02-08T10:36:07.816+05:30सही है कितने पापड बेल कर मनुष्यता आज इस पड़ाव तक आ ...सही है कितने पापड बेल कर मनुष्यता आज इस पड़ाव तक आ पहुँची हैArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7423911267953135444.post-35813811840955531092010-02-08T10:32:15.514+05:302010-02-08T10:32:15.514+05:30बहुत सुन्दर तथा ज्ञानवर्धक लेख!
"धीरे धीरे य...बहुत सुन्दर तथा ज्ञानवर्धक लेख!<br /><br /><b>"धीरे धीरे यह मनुष्य दो भागों में बँट गया कुछ लोग तो अपने पुरखों की तरह नवीनता की तलाश में जुट गये और कुछ ने पहले की उपलाब्धियों को अंतिम मान संतोष कर लिया।"</b><br /><br />बिल्कुल सही अवलोकन!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.com